Anita Verma
EHI-02 भारत: आरंभ से लेकर 8वीं शताब्दी ई. तकBlock 1 - पर्यावरण और अनुकूलन का आरंभिक स्वरूपभारत: प्राकृतिक विशेषताएंभारतीय इतिहास में क्षेत्र: गठन एवं विशेषताएंशिकारी-संग्रहकर्त्ता: पुरातात्विक परिप्रेक्ष्यकृषि और पशु-पालन का आरंभBlock 2 - हड़प्पा की सभ्यतापूर्ववर्ती इतिहास, कालानुक्रमिक तथा भौगोलिक विस्तारभौतिक विशेषताएँसंपर्कों का रूपसमाज एवं धर्मह्रास और विघटनBlock 3 - प्राचीन भारतीय समाज का विकास: 2000 से 1000 ई. पू.ताम्र पाषाण युग और आरंभिक लौह युग-Iताम्र पाषाण युग और आरंभिक लौह युग-IIप्रारंभिक वैदिक समाजउत्तर वैदिक युग में परिवर्तनBlock 4 - भारत: छठी से चौथी शताब्दी ई. पू. तकजनपद और महाजनपदनगरीय केन्द्रों का उदयसमाज और अर्थव्यवस्थाबौद्ध धर्म, जैन धर्म तथा अन्य धार्मिक विचारBlock 5 - राज्यतंत्र, समाज और अर्थव्यवस्था: 320 से 200 ई. पू. तकमगध साम्राज्य का विस्तारमौर्य साम्राज्य की अर्थव्यवस्थाप्रशासनिक संगठन और अन्य शक्तियों के साथ संबंधअशोक की धम्म नीतिसाम्राज्य का विघटनBlock 6 - भारत 200 ई. पू. से 300 ई. तकउत्तर पश्चिमी एवं उत्तर भारतव्यापार और शहरीकरण का विस्तारधर्म के क्षेत्र में परिवर्तनकला और वास्तुकलाBlock 7 - दक्षिण भारत में राज्य एवं समाज: 200 ई. पू. से 300 ई. तकदक्षिण में आरंभिक राज्य निर्माणदक्षिण भारत में आरंभिक राज्य की उत्पत्ति (तमिल क्षेत्र)कृषक बस्तियों का विस्तारव्यापार और शहरी केन्दों का विस्तारतमिल भाषा और साहित्य का विकासBlock 8 - भारतीय राजतंत्र: 300 ई. से 800 ई. तकगुप्त साम्राज्यगुप्तकाल: अर्थव्यवस्था, समाज और राजतंत्र व्यवस्थाउत्तर भारत में गुप्तकाल के बाद के राज्यदक्खन और दक्षिण भारत के राज्यBlock 9 - प्रारंभिक मध्य काल में संक्रमणअर्थव्यवस्था में परिवर्तनसमाज में परिवर्तनराजनीतिक व्यवस्था की संरचना: सामंतों, महासमंतों, औ