Cheiro
किसी बात या वस्तु के संबंध में विश्वास होता है जब उसे अन्तरात्मा द्वारा देख या समझ लिया जाए। दो वर्ग हैं- आस्तिक और नास्तिक। दोनों एक दूसरे के पूरक होते हैं मानव समाज की वास्तविकता या सत्य की यथार्थता को प्रमाणित करने के लिए दोनों ही प्रकार के व्यक्तियों की आवश्यकता होती है।किसी वर्ग विशेष को ध्यान में रखकर इस पुस्तक की रचना नहीं की गई है बल्कि यह उन सभी लोगों के लिए है जो मानव जीवन के नियामक प्राकृतिक नियमों को मानते हैं और जिनका दिशा-निर्देशन हाथ के अध्ययन से होता है।