Bhaktiyog

Bhaktiyog

Swami Vivekanand

14,28 €
IVA incluido
Disponible
Editorial:
Repro India Limited
Año de edición:
2024
ISBN:
9789361444142
14,28 €
IVA incluido
Disponible
Añadir a favoritos

भक्तियोग (Bhaktiyog)भक्तियोग भगवान के प्रति पूर्ण भक्ति और समर्पण पर आधारित है। यह ग्रंथ ईश्वर के प्रति प्रेम और उनके प्रति समर्पण की भावना को गहराई से समझाने का प्रयास करता है।मुख्य विषय: भक्ति, आराधना और ईश्वर के प्रति विश्वास।विशेषताएं:सगुण और निर्गुण भक्ति के मार्ग।भक्ति के माध्यम से आत्मा की शुद्धि।ईश्वर के प्रति अनन्य प्रेम और आराधना के महत्व को रेखांकित किया गया है।

Artículos relacionados

Otros libros del autor

  • ब्रह्मचर्य
    Swami Vivekanand
    क्या आप अपने जीवन में आत्म-नियंत्रण, शांति और अंदर की ताकत चाहते हैं?इस पुस्तक में स्वामी विवेकानंद बताते हैं कि ब्रह्मचर्य सिर्फ त्याग नहीं है, बल्कि यह आत्म-शक्ति, मानसिक स्पष्टता और ऊर्जावान जीवन का रास्ता है।यह पुस्तक आसान भाषा में समझाती है कि ब्रह्मचर्य कैसे सोच, आदत और चरित्र को बेहतर बनाता है। विद्यार्थी, साधक और हर वो व्यक्ति जो खुद को मजबूत बनाना चाहता है-उनके लिए यह ...
    Disponible

    36,13 €

  • ब्रह्मचर्य
    Swami Vivekanand
    क्या आप अपने जीवन में आत्म-नियंत्रण, शांति और अंदर की ताकत चाहते हैं?इस पुस्तक में स्वामी विवेकानंद बताते हैं कि ब्रह्मचर्य सिर्फ त्याग नहीं है, बल्कि यह आत्म-शक्ति, मानसिक स्पष्टता और ऊर्जावान जीवन का रास्ता है।यह पुस्तक आसान भाषा में समझाती है कि ब्रह्मचर्य कैसे सोच, आदत और चरित्र को बेहतर बनाता है। विद्यार्थी, साधक और हर वो व्यक्ति जो खुद को मजबूत बनाना चाहता है-उनके लिए यह ...
    Disponible

    21,34 €

  • Man ki shaktiyan
    Swami vivekanand
    मानव मन असाधारण शक्तियों का भंडार है, जो असीमित संभावनाओं से भरा हुआ है। स्वामी विवेकानंद ने हमें बताया है कि अधिकांश लोग इस अद्भुत क्षमता से अनभिज्ञ रहते हैं। उनकी शिक्षाएँ इसे उजागर करने का प्रयास करती हैं। स्वामी विवेकानंद ने मन की गहराइयों में छिपी शक्तियों को पहचानने, उन्हें विकसित करने और सही दिशा में उपयोग करने पर जोर दिया। उनका मानना था कि आत्म-निरीक्षण, ध्यान और सकारात...
    Disponible

    10,60 €

  • Dhyan ewam uski vidhiyan
    Swami Vivekanand
    स्वामी विवेकानन्द की यह पुस्तक ध्यान और आत्म-खोज के मार्ग पर एक प्रकाशस्तंभ है। ध्यान की परिवर्तनकारी शक्ति को पहचानकर स्वामी विवेकानंद ने इसे आत्म-साक्षात्कार और आध्यात्मिक जागृति का मुख्य साधन माना। इस पुस्तक में वे ध्यान के अभ्यास की चुनौतियों और गलत धारणाओं को दूर करने के लिए गहरी अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं। स्वामी विवेकानंद एक नियमित ध्यान अभ्यास की महत्ता, विकर्षणों को न...
    Disponible

    14,40 €

  • Dhyan Ewam Uski Vidhiyan Tatha Man Ki Shaktiyan
    Swami Vivekanand
    मेरा आदर्श अवश्य ही बहुत कम शब्दों में कहा जा सकता है और वह है-मनुष्य-जाति को उसके दिव्य स्वरूप का उपदेश देना तथा जीवन के हर क्षेन में उसे अभिव्यक्त करने का उपाय बताना। यह संसार अंधविश्वासों की जंजीरों से जकड़ा हुआ है। जो अत्याचार से दबे हुए है, चाहे वे पुरुष हों या स्ली, मैं उन पर दया करता है, किंतु अत्याचारियों के लिए भी मेरे अंद्र करुणा है। एक बात जो मैं सूर्य के प्रकाश के स...
    Disponible

    16,55 €

  • Meditation And Its Methods
    Swami Vivekanand
    In Meditation and Its Methods, Swami Vivekananda distills the ancient wisdom of India into practical teachings for modern seekers. This timeless work explores the profound practice of meditation, offering clear and insightful guidance on how to master the mind, awaken inner potential, and attain spiritual enlightenment.Drawing from the deep well of Vedantic philosophy, Vivekana...
    Disponible

    13,33 €