Ajahun Chet Ganwar (अजहुँ चेत गंवार)

Ajahun Chet Ganwar (अजहुँ चेत गंवार)

OSHO

35,52 €
IVA incluido
Disponible
Editorial:
Repro India Limited
Año de edición:
2024
ISBN:
9789350831946
35,52 €
IVA incluido
Disponible
Añadir a favoritos

’यह एक आनंद की बात है, हमारी विस्मृत हो रही धरोहर से ओशो ने हमारी आज की भाषा में हमारा एक बार फिर से परिचय करवा दिया है। जो आज तक संस्कृत में था, पाली में था, प्राकृत में था और दुरुह जिसकी टीकाएं-व्याख्याएं होती रही थी, वह सारा ज्ञान सरल हिन्दी और अंग्रेजी में हमें ऐसी जीवंतता के साथ ओशो ने उपलब्ध करवा दिया है कि हम उसकी मौलिकता को छू सकते हैं, उसकी ऊंचाई पर चढ़कर सांस ले सकते हैं, उसकी गहराइयों में उतर सकते हैं।’

Artículos relacionados

Otros libros del autor

  • INNOCENCE, KNOWLEDGE, AND WONDER
    Osho
    ...
  • Diya Jale Saari Raat
    Osho
    तुम अगर अंधेरे होते तो तुम्हारी मुक्ति का कोई उपाय नहीं था। अंधेरे की कोई मुक्ति नहीं हो सकती। क्यों? अंधेरा है ही नहीं। तुम्हारी मुक्ति हो सकती है, क्योंकि तुम अंधेरा नहीं हो। बिन बाती बिन तेल तुम जल रहे हो। तुम्हारे भीतर एक दीया है, जो सदा से जल रहा है। सदा जलता रहेगा। कितना ही ढंक जाए, जैसे बादल आ जाते हैं, आकाश में सूरज ढंक जाता है। इससे कोई सूरज मिटता नहीं। जरा बादलों की प...
    Disponible

    28,14 €

  • The Royal Way
    Osho
    His (Osho) incredible taped discourses, lectures and books have inspired me (and millions of others) on the path of self evolution..... His presence here is like a great bell tolling...awaken, awaken, awaken.James Cobum-USAActor'A former university academic, Osho has been recognized...as an important spiritual philosopher.... The teachings of Osho in fact encompass many religio...
    Disponible

    17,56 €

  • Kranti Sutra (क्रांति सूत्र)
    Osho
    ओशो के प्रखर विचारों ने, ओजस्वी वाणी ने मनुष्यता के दुश्मनों पर, संप्रदायों पर, मठाधीशों पर, अंधे राजनेताओं पर, जोरदार प्रहार किया। लेकिन पत्र-पत्रिकाओं ने छापीं या तो ओशो पर चटपटी मनगढंत खबरें या उनकी निंदा की, भ्रम के बादल फैलाए। ये भ्रम के बादल आड़े आ गये ओशो और लोगों के। जैसे सूरज के आगे बादल आ जाते हैं। इससे देर हुई। इससे देर हो रही है मनुष्य के सौभाग्य को मनुष्य तक पहुंचन...
    Disponible

    14,35 €

  • Dhyan Aur Prem (ध्यान और प्रेम)
    Osho
    प्रेम बिलकुल अनूठी बात है, उसका बुद्धि से कोई संबंध नहीं है। प्रेम का विचार से कोई संबंध नहीं। जैसा ध्यान निर्विचार है, वैसा ही प्रेम निर्विचार है। और जैसे ध्यान बुद्धि से नहीं सम्हाला जा सकता, वैसे ही प्रेम भी बुद्धि से नहीं सम्हाला जा सकता।ध्यान और प्रेम करीब-करीब एक ही अनुभव के दो नाम हैं। ...
    Disponible

    13,34 €

  • Shuneya Ka Darshan (शून्य का दर्शन)
    Osho
    ओशो के प्रखर विचारों ने, ओजस्वी वाणी ने मनुष्यता के दुश्मनों पर, संप्रदायों पर, मठाधीशों पर, अंधे राजनेताओं पर, जोरदार प्रहार किया। लेकिन पत्र-पत्रिकाओं ने छापीं या तो ओशो पर चटपटी मनगढंत खबरें या उनकी निंदा की, भ्रम के बादल फैलाए। ये भ्रम के बादल आड़े आ गये ओशो और लोगों के। जैसे सूरज के आगे बादल आ जाते हैं। इससे देर हुई। इससे देर हो रही है मनुष्य के सौभाग्य को मनुष्य तक पहुंचन...
    Disponible

    13,34 €